मंगलवार, 25 जून 2013

प्रेम शब्द, जिसमे जादू है ....


अनेक शब्द,
लोक-व्यवहार
के चलते
भले ही अपने
अर्थ, उपयोगिता
खो रहे हो
लेकिन प्रेम
अब भी
ऐसा शब्द है
जिसमे जादू
है ...!

***

किसी से हम
इसलिये प्रेम
करते है कि,
उससे हमारी
सारी मनोकामनायें
पूरी होंगी
तब समझ लेना
हम उससे
प्रेम नहीं
प्रेम करने का
बहाना कर
रहे है ....!

18 टिप्‍पणियां:

  1. !प्रेम पर सुंदर अभिव्यक्ति .....!!

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  2. !प्रेम पर सुंदर अभिव्यक्ति .....!!

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  3. आपकी यह रचना कल गुरुवार (27-06-2013) को ब्लॉग प्रसारण पर लिंक की गई है कृपया पधारें.

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  4. किसी से हम
    इसलिये प्रेम
    करते है कि,
    उससे हमारी
    सारी मनोकामनायें
    पूरी होंगी
    तब समझ लेना
    हम उससे
    प्रेम नहीं
    प्रेम करने का
    बहाना कर
    रहे है ....!

    प्रेम की अत्यंत सुंदर परिभाषा.

    रामराम.

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  5. किसी से हम
    इसलिये प्रेम
    करते है कि,
    उससे हमारी
    सारी मनोकामनायें
    पूरी होंगी
    तब समझ लेना
    हम उससे
    प्रेम नहीं
    प्रेम करने का
    बहाना कर
    रहे है ....!

    प्रेम की अत्यंत सुंदर परिभाषा.

    रामराम.

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  6. बिलकुल सही कहा है ....सुंदर रचनाएँ ।

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  7. प्रेम की बड़ी सुंदर व्यख्या की है ।

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  8. प्रेम गली अति साँकरी ,जामें दुइ न समाय!

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  9. किसी को पवित्र, निस्वार्थ व समर्पित भाव से चाहने का अहसास ही सच्चा प्रेम या प्यार है । यही कारण है कि नारी को उसके निश्चल और असीम प्यार के कारण समाज में शक्ति का प्रतिक माना जाता है । प्रेम रस की रचना के लिए बधाई !!

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  10. प्रेम तो बस प्रेम है । सुंदर कविता ।

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