बुधवार, 28 अगस्त 2013

प्रतियोगिता ...

इन दिनों 
हमारे देश का 
सारा चिंतन 
प्याज से 
होता हुआ 
रुपये और चरित्र 
पर आकर 
अटक गया है 
क्यों न हो 
रुपये और चरित्र में 
इन दिनों 
भारी प्रतियोगिता 
जो चल रही है 
कि, कौन कितना 
अधिक गिरता 
है !


5 टिप्‍पणियां:

  1. प्याज चड़ता है रुपया गिरता है ...
    जाने कौन किसके सहारे सत्ता की कमान थामना चाहता है ...

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  2. लोगों का क्या है रस्म निभाकर निकल लिये ..

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  3. ऐसी प्रतियोगिता देख सुन कर ही रूह कांप जाती है, सटीक चिंतन.

    रामराम.

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  4. प्याज चढे रुपया गिरे और चरित्र तो गर्त में।

    बहुत सुंदर प्रस्तुति।

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