बदलाव चाहे सार्थक हो या निरर्थक या फिर नकारात्मक है तो बदलाव ही
बदलाव है .... क्योंकि खुद को समझने,मानने की समझ आई है
सुन्दर प्रस्तुति |बढ़िया विषय |शुभकामनायें आदरेया ||
बदलाव ही आना चाहिये । हम में भी औरों में भी ।
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4 टिप्पणियां:
बदलाव चाहे सार्थक हो या निरर्थक या फिर नकारात्मक है तो बदलाव ही
बदलाव है .... क्योंकि खुद को समझने,मानने की समझ आई है
सुन्दर प्रस्तुति |
बढ़िया विषय |
शुभकामनायें आदरेया ||
बदलाव ही आना चाहिये । हम में भी औरों में भी ।
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