बहुत किया बहाना ... तुमने सुना क्या ?बहुत पुकारा तुझे इन शब्दों ने ... सुना क्या ?
सुमन जी, आपने तो सृजन की एक नयी परिभाषा बता दी , सुन्दर अभिव्यक्ति ,बधाई
सुंदर रचना। बधाई सुमन जी॥
बहुत बढ़िया सुमनजी..... गिनती के शब्द हैं.... और अभिव्यक्ति कितनी गहन.... अच्छा लगा पढ़कर ....
कुछ शब्दों में इतनी गहन अभिव्यक्ति..बहुत सुन्दर
अन्यथामै कह न पातीतुम सुन न पातेदूरक्षितिज के पारप्रियतुम्हारा गाँव बहुत खूब लिखा है आपने.सलाम .
गागर में सागर.
अन्यथामै कह न पातीतुम सुन न पातेदूरक्षितिज के पारप्रियतुम्हारा गाँव wah.ekdam dil se nikli ho jaise..
वाह ....बहुत ही खूबसूरत गहरे भाव लियेबेहतरीन प्रस्तुति ।
Man ko moh le aisa likhati hain aap.Hemant Kumar Dubey
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10 टिप्पणियां:
बहुत किया बहाना ... तुमने सुना क्या ?
बहुत पुकारा तुझे इन शब्दों ने ... सुना क्या ?
सुमन जी, आपने तो सृजन की एक नयी परिभाषा बता दी , सुन्दर अभिव्यक्ति ,बधाई
सुंदर रचना। बधाई सुमन जी॥
बहुत बढ़िया सुमनजी..... गिनती के शब्द हैं.... और अभिव्यक्ति कितनी गहन.... अच्छा लगा पढ़कर ....
कुछ शब्दों में इतनी गहन अभिव्यक्ति..बहुत सुन्दर
अन्यथा
मै कह न पाती
तुम सुन न पाते
दूर
क्षितिज के पार
प्रिय
तुम्हारा गाँव
बहुत खूब लिखा है आपने.
सलाम .
गागर में सागर.
अन्यथा
मै कह न पाती
तुम सुन न पाते
दूर
क्षितिज के पार
प्रिय
तुम्हारा गाँव wah.ekdam dil se nikli ho jaise..
वाह ....बहुत ही खूबसूरत गहरे भाव लिये
बेहतरीन प्रस्तुति ।
Man ko moh le aisa likhati hain aap.
Hemant Kumar Dubey
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