मित्र ,
रंगबिरंगी चित्र
विचित्र पुस्तके
न हम उनकी
अपेक्षाओं पर
खरे उतरते है
न वो हमारी
तो फिर
मित्र कौन है ?
अच्छी पुस्तके
सबसे सच्चे मित्र
जब जी चाहे
शेल्फ से निकालो
पढ़ो रख दो !
मित्र कहाँ पढने देते है
हर वो जरुरी पन्ना
जब हम पढना
चाहते है … !!