चंदा मामा की शादी है,
ढोल- नगाड़े- बाजे बजते है,
झुम-झुमकर तालपर बाराती
सब नाचते है !
आतिश अनारों के साथ,
जब फुलझड़ियाँ छूटती है!
झिलमिल रोशनी से
धरती आकाश नहाते है!
सजधज कर युवतियाँ जब,
मटक-मटक कर चलती है,
अनब्याहे यूवाओं के दिल,
धड़क-धड़क जाते है!
पूनम की रात है,
मेहमानोंका स्वागत है,
दुल्हन के घरवाले
दुल्हे वालों को
चांदी की सुराही से
चांदी के प्यालोंमे भर-भर कर
शरबत पिलाते है!
बादल कहार गगन की डोली,
सितारों जड़े घूँघट में
दुल्हन शरमायी!
मंगल धुन बजी शहनाई
चंदा मामा की शादी की
शुभघड़ी है आयी !
उजली पोशाको में,
तारे सजे बाराती है!ढोल- नगाड़े- बाजे बजते है,
झुम-झुमकर तालपर बाराती
सब नाचते है !
आतिश अनारों के साथ,
जब फुलझड़ियाँ छूटती है!
झिलमिल रोशनी से
धरती आकाश नहाते है!
सजधज कर युवतियाँ जब,
मटक-मटक कर चलती है,
अनब्याहे यूवाओं के दिल,
धड़क-धड़क जाते है!
पूनम की रात है,
मेहमानोंका स्वागत है,
दुल्हन के घरवाले
दुल्हे वालों को
चांदी की सुराही से
चांदी के प्यालोंमे भर-भर कर
शरबत पिलाते है!
बादल कहार गगन की डोली,
सितारों जड़े घूँघट में
दुल्हन शरमायी!
मंगल धुन बजी शहनाई
चंदा मामा की शादी की
शुभघड़ी है आयी !
22 टिप्पणियां:
बड़ी सुंदर मनभावन शादी है यह तो...... बचपन की कहानी सी कविता ......
रंग पर्व की मंगलकामनाएं
बहुत बढ़िया!
सादर
क्या बात है इस शादी की ।
आदरणीया सुमन जी
रंग भरा स्नेह भरा अभिवादन !
बहुत मनभावन है आपकी रचना … पढ़ कर आनन्द आ गया ।
कल चंदामामा को देख कर सच बहुत अच्छा महसूस हो रहा था …
और आपने इतनी जल्दी रचना भी लिख कर लगा दी … :) आभार !
आपको सपरिवार होली की हार्दिक बधाई !
♥ होली की शुभकामनाएं ! मंगलकामनाएं !♥
होली ऐसी खेलिए , प्रेम का हो विस्तार !
मरुथल मन में बह उठे शीतल जल की धार !!
- राजेन्द्र स्वर्णकार
होली की शुभकामना....
सुन्दर रचना !
आपको और आपके परिवार को होली की शुभकामनायें !
सुंदर रचना.... कुछ वर्तनी की त्रुटियां रह गई हैं, कृपया सुधार लें क्योंकि यह आपका भावी रिकार्ड जो है :) होली की शुभकामनाएं॥
खूबसूरत कल्पना ...सुन्दर अभिव्यक्ति
खूबसूरत कल्पना, रंग पर्व की मंगलकामनाएं
भाई जी,
त्रुटियाँ कुछ हद तक ठीक हुई होगी
सूधार किया है क्या करे बचपन की आदत
है ............
बेहतरीन आलेख। आपके विचार बहुत सुंदर है। मेरी शुभकामनाएं..........
चंदा की शादी का खूब समां बाँधा है आपने.
अरे बहुत बढ़िया शादी है ... हम भी आते हैं शामिल होने !
सुन्दर कविता को पढवाने के लिए मेरी बधाई स्वीकारें
बेहतरीन आलेख। आपके विचार बहुत सुंदर है।
रंगपंचमी की आपको सपरिवार हार्दिक शुभकामनाएँ..
hum bhi ujli poshaak mein taaron sang khade hain
सितारों जड़े घूँघट में
दुल्हन शरमायी!
मंगल धुन बजी शहनाई
चंदा मामा की शादी की
शुभघड़ी है आयी !
क्या गजब है ...बचपन की चन्दा मामा की बहुत सी कवितायेँ याद हो आयीं ...आपका आभार
खूबसूरत कल्पना| धन्यवाद|
ab to chandaa mama ki shaadi me naachna hi pdega........
bahut sunder rachna.......
बहुत ही सुन्दर... बचपन कि लोरियां याद आ गईं...
और बड़े होने के बाद आसमा की ओर निहार कर देखे गए सपने ताज़े हो गए...
शुक्रिया बारात में स्वागत के लिए...
चन्दा मामा की
मन भावन शादी की बानगी
एक सुन्दर काव्य ... !
बारातियों में हम भी शामिल हैं सुमन जी ......
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