रविवार, 4 सितंबर 2011

किस चित्रकार ने रंग भरे है !

सुबह की सिंदूरी लाली में,
सूरज की सुनहरी किरणों में,
ओस बिखरी हरियाली में,
किस चित्रकार की तुलिका ने,
रंग भरे है इनमे मोहक!
और मै अपने घर-आंगन की,
रंगोली में रंग भरती रही
जीवनभर !

हवाओं की सांय-सांय में,
पायल-सी खनकती पत्तियों में,
बारिश की रिमझिम बरसातों में,
किस गायक के सुरों ने,
स्वर भरे है इनमे अद्भुत !
और मै अपने मन वीणा के तारों में ही,
उलझी रही जीवनभर !

पूनम की मदभरी रातों में,
चन्द्रवदना यामिनी को
सागर की लहरों पर,
किस कवि की कलम ने
कविता लिख भेजी मनोहर !
और मै अपनी आधी-अधूरी
कविताओं पर मुग्ध होती रही
जीवनभर !

13 टिप्‍पणियां:

चंद्रमौलेश्वर प्रसाद ने कहा…

प्रकृति के सौंदर्य का सुंदर वर्णन। बधाई सुमन जी॥

संगीता स्वरुप ( गीत ) ने कहा…

और मै अपने घर-आंगन की,
रंगोली में रंग भरती रही
जीवनभर !

प्रकृति के साथ अपने मन के भावों का समन्वय अच्छा लगा .. सुन्दर प्रस्तुति

डॉ. मोनिका शर्मा ने कहा…

प्रकृति के रंगों का अनुपम चित्रण.....

रविकर ने कहा…

बहुत - बहुत आभार गुरुजनों का ||

सादर प्रणाम ||

सुन्दर प्रस्तुति के लिए आपको बधाई ||

रश्मि प्रभा... ने कहा…

हवाओं की सांय-सांय में,
पायल-सी खनकती पत्तियों में,
बारिश की रिमझिम बरसातों में,
किस गायक के सुरों ने,
स्वर भरे है इनमे अद्भुत !
और मै अपने मन वीणा के तारों में ही,
उलझी रही जीवनभर !
bahut sundarta se khud ko prakriti ke sang joda hai

Maheshwari kaneri ने कहा…

और मै अपने घर-आंगन की,
रंगोली में रंग भरती रही
जीवनभर !..प्रकृति प्रेम का अनूठा चित्रण....

Asha Joglekar ने कहा…

वाह सुमन जी प्रकृति की सुंदरता के साथ हमारे अधूरेपन का अहसास कराती सुंदर कविता ।

Sunil Kumar ने कहा…

प्रकृति का सुंदर वर्णन, बधाई .....

~Rose ने कहा…

sunder kavita..

कुमार राधारमण ने कहा…

नहीं नहीं। आपने कुछ ग़लत नहीं किया। आपने भी प्रकृति के रंगों को इंद्रधनुषी बनाने में योगदान दिया है। यह बात और है कि हमारी सीमा और प्रकृति की विराटता एक सत्य है।

Neelkamal Vaishnaw ने कहा…

अग्रिम आपको हिंदी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं आज हमारी "मातृ भाषा" का दिन है तो आज हम संकल्प करें की हम हमेशा इसकी मान रखेंगें...
आप भी मेरे ब्लाग पर आये और मुझे अपने ब्लागर साथी बनने का मौका दे मुझे ज्वाइन करके या फालो करके आप निचे लिंक में क्लिक करके मेरे ब्लाग्स में पहुच जायेंगे जरुर आये और मेरे रचना पर अपने स्नेह जरुर दर्शाए..
MADHUR VAANI कृपया यहाँ चटका लगाये
MITRA-MADHUR कृपया यहाँ चटका लगाये
BINDAAS_BAATEN कृपया यहाँ चटका लगाये

***Punam*** ने कहा…

ये कौन चित्रकार है.....???

Unknown ने कहा…

आपको मेरी तरफ से नवरात्री की ढेरों शुभकामनाएं.. माता सबों को खुश और आबाद रखे..
जय माता दी..